वीर सिपाही, आजादी का एक योद्धा

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??????????????????????????दादा जी आप आज स्कूल क्यों जा रहे हो, रोजाना तो नहीं जाते और आज स्कूल में क्या है वहां लड्डू भी हैं आज मैं भी चलूँगी आपके साथ रोजाना तो अकेली ही जाती हूँ चल बेटा आजा तू भी चल ले, दादा जी हम आजाद कैसे हुएआजा बैठ तूझे मैं एक कहानी सुनाता हूँ, ये कहानी हमारे गाँव के वीर शहीद पुत्र की हैं हमारे गाँव में पहले राजबहादुर नाम का एक वीर सिपाही थाजिसे देश भक्ति की किताबें पढ़ने का बचपन से ही शौक था और जब गाँव में 5th क्लास तक स्कूल थी तो वो वहां पढ़ा करता थाअपने