हम सबको कहानियां पढ़ने या सुनने का शौक तो वैसे ही बचपन से होता है। ये कहानियां हमें उस दुनिया में ले जाती है, जहां हमें सकून और अपनापन हासिल होता है। तब मैं ये बात नहीं जानती थी कि मेरी जिंदगी भी किसी कहानी की तरह मोड़ लेगी। जहां मेरी जिम्मेदारियां मुझसे मेरे बचपन और teenage छीन लेगी। मैं अपने घर की सबसे छोटी लड़की थी, वैसे तो घर के सबसे छोटे बच्चों को बहुत दुलार मिलता है और वह दुलार मुझे भी मिला पर मुझे ये नहीं पता था यह दुलार मेरे पास महज कुछ वक्त के लिए