पहली माचिस की तीली अध्याय 3 बाथरूम से बाहर निकले सरवन पेरूमल के पास अजंता जल्दी-जल्दी गई। "अप्पा..." "क्या बात है....?" "आपको देखने कोई आया है जो हाल के सोफे पर बैठ कर आपका इंतजार कर रहा है।" "कौन....?" "नाम पंढरीनाथ। उसका चेहरा और निगाहें बिल्कुल ठीक नहीं है...." "सरवन पेरूमल खुश हुए। "नाम क्या बताया... पंढरीनाथ...?" "हां अप्पा..." "उसके आए बहुत देर हो गई..?." "अभी आए हैं... 5 मिनट हुआ होगा।" "अरे बेटी... उनके आते ही बाथरूम की तरफ आकर एक आवाज मुझे देनी चाहिए थी ना?" "उन्हें देखने से कोई वी.आई.पी. जैसे तो नहीं दिखे... इसलिए...." "वे वी.आई.पी. नहीं