मैं भी खेलूंगा

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अनिल जायसवालमोतीपुर राज्य के पहाड़ी इलाके में एक राक्षस रहता था। उसका एक छोटा बेटा था गुलटू। सुबह होते ही राक्षस और राक्षसी खाने की तलाश में चले जाते। पीछे रह जाता अकेला गुलटू। पहाड़ पर उसका मन नहीं लगता। भले ही वह छोटा था, पर था तो राक्षस ही। जो काम करना होता, पलभर में कर लेता। इसलिए समय की कमी थी नहीं। कई बार उसके लिए समय काटना मुश्किल हो जाता।एक दिन वह ऐसे ही उदास बैठा था। पर तभी न जाने उसे क्या सूझी, वह पास के गांव की ओर चल दिया। वहां गांव के किनारे कुछ