राम रचि राखा मुझे याद करोगे ? (3) देखते-देखते एक सप्ताह बीत गया। अब आनंद के एक विषय की परीक्षा और बाकी है। कल उसकी परीक्षा खत्म हो जायेगी। दो-तीन दिन बाद उसके पिता जी उसे गाँव लिवा ले जाएँगे। इतने दिनो में आनंद कभी भी अपने घर वालों को याद करके उदास नहीं हुआ था। लेकिन आज जब रुचि ने पूछा कि "मम्मी की याद आ रही है?" तो अनायस ही उसकी आँखें भर आई थीं। रात में सोते समय रुचि सोचने लगी कि तीन दिन बाद आनंद चला जायेगा। सब कुछ खाली-खाली सा हो जाएगा। बहुत देर तक उसे