आउटडेटेड ‘ मैडम अभी तक नहीं आई ? मेरा ग्यारह बजे का अपाइन्टमेंट था ।’ नीलेश ने व्यग्रता से अर्दली से पूछा ।‘ आती ही होंगी...।’ कहते हुए जिलाधीश आफिस के सामने स्टूल पर बैठे अर्दली ने उसकी तरफ उड़ती सी निगाह डाली और फेनी फाँकने लगा । साहब के न होने पर सरकारी दफ्तरों का हाल ढीला-ढाला ही रहता है, घंटे से भर