किसी नगर में एक राजा और रानी राज किया करते थे। राजा को एक लड़का था वह बहुत ही सराराती था, रास्ते में आते जाते लोगों को अक्सर परेशान किया करता था। राजा उसका विवाह करा दिए तब पर भी उसका वहीं व्यौहार था एक दिन कुआं पर औरतें पानी भर रही थी कि राजकुमार ने गुलेल से निशाना साधा और एक औरत का नया घड़ा फोड़ दिया। औरत विवशता भरे शब्द में बोली " कौन सा दिन होगा भैया की तुम नीबाबाग चले जाते।औरत की बात सुन राजकुमार ने कहा हे कहारन यह नीबा बाग कहा पर है ?