लिखी हुई इबारतें

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मेरी नज़र से ज्योत्स्ना कपिल साहित्य के क्षेत्र में एक सुपरिचित नाम है। इनके कहानी संग्रह, लघुकथा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही अनेकों संग्रहों का सम्पादन भी कर चुकी है। आकाशवाणी बरेली से कहानी एवं बाल कथाओं का प्रसारण कर चुकी हैं साथ ही अनेकों पुरस्कार इनकी झोली में आ चुके हैं। अभी इनका उपन्यास उर्वशी मातृभारती पर काफी पसन्द किया जा रहा है।लघुकथा अर्थात कम शब्दों में अधिक कहना। लघुकथा के महारथी आदरणीय बी एल आच्छा जी कहते हैं-