मन्नत

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कहानी शीर्षक-मन्नत।आफिस से घर आने की जल्दी में मन्नत ने शोर मचा रखा था...प्रियंका जल्दी चल, आज मुझे लड़के वाले देखने आ रहे हैं। प्रियंका ने भी शरारती भरे अंदाज़ में कहा... अच्छा बड़ी जल्दी है बेशर्म , थोड़ा सब्र है कि नहीं।नहीं है , बस! सुना है अरविंद बहुत हैंडसम हैं, तू तो दूर ही रहना उससे। तेरा कोई पता नहीं कब रिझा ले उसे। प्रियंका मुंह लटकाकर , चलो जो आया भी नहीं ज़िन्दगी में... उसके लिए हम लोगों की तो पहले ही छुट्टी हो गई मन्नत। घर आ गया मन्नत, जा अब सज संवर ले! अरविंद को बोल... कर ले