लौट कर आऊँगा एक बार फिररितिक का शव घर से निकलते ही निकिता फूट-फूट कर रो पड़ी...आस पास खड़े लोगों की आँखों में भी आँसू झिलमिला रहे थे । रितिक था ही इतना प्यारा कि बरबस सभीं को अपनी ओर आकर्षित कर लेता था। वर्षो जीवन मृत्यु से झूलने के पश्चात् आखिर मौत विजयी हो ही गई थी...भरपूर इलाज करवाया, पैसा पानी की तरह बहाया । ऐलोपैथिक, होमियोपैथिक, आयुर्वेदिक कोई भी चिकित्सा पद्वति उन्होंने नहीं छोड़ी थी । लोगों के कहने पर मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरूद्वारे जाकर भी उसके स्वास्थय एवं लंबी उम्र की मन्नतें माँगी किन्तु फिर भी वह