यारबाज़ - 5

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यारबाज़ विक्रम सिंह (5) खुराक एक छोटा सा बाजार था। बाजार में बहुत ज्यादा दुकानें तो नहीं थी बस एक आध फर्नीचर की दुकान ,खाद की दुकान , किराना की दुकान, होलसेल कपड़े की दुकान थी। बाजार में ज्यादातर शाम को ही भीड़ होती थी। दोपहर के वक्त तो नाम मात्र के लोग ही होते थे। खुरहट बाजार के आसपास के कई गांव थे। थोड़ा हटके के पास ही केसारी गांव की पढ़ता था। केसारी गांव में ही अमरनाथ नाम का लड़का भी रहता था। अमरनाथ के पिता दुबई में नौकरी करते थे। वह साल भर में एक बार ही आते