कर्म पथ पर - 68

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‌ कर्म पथ पर Chapter 68इंस्पेक्टर जेम्स वॉकर किसी विजयी सेनापति की तरह गर्व से सीना फुलाए हैमिल्टन के सामने खड़ा था। वृंदा सामने फर्श पर पड़ी थी। वह अभी भी बेहोश थी। हैमिल्टन उसके पास आया और पंजों के बल फर्श पर बैठ गया। बेहोशी में भी वृंदा के चेहरे पर एक अजीब सी आभा थी। वह कुछ क्षणों तक उसके चेहरे को निहारता रहा। वृंदा के गाल पर हाथ फेरकर