भगवान के मनके

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भगवान के मनके एक बार भगवान श्री कृष्ण एकांत में बैठे थे। उनके हाथ में एक माला थी जिसके एक-एक मनके को वे अपनी आँखें मूंदकर घुमा रहे थे। इतने में वहाँ पर कहीं से कुंती पुत्र 'अर्जुन' आ जाते हैं। अर्जुन ने जब स्वयं श्री कृष्ण को इस तरह का उपक्रम करते हुए देखा तो उनसे रहा न गया और अर्जुन बोले-"हे केशव आप किसके नाम की माला का जाप कर रहे हैं।" अर्जुन के इस तरह से प्रश्न करने के पीछे यह कारण भी है कि वे अच्छी तरह से जानते हैं कि श्री कृष्ण कोई साधारण पुरुष