कुछ गाँव गाँव कुछ शहर शहर 7 पूरे सप्ताह की मेहनत के पश्चात जहाँ अंग्रेज महिलाओं की शामें पब में गुजरतीं हैं वहीं एशियन स्त्रियाँ या तो दुकानों पर अपने पति का हाथ बँटा रही होतीं या फिर कुछ पढ़ी-लिखी अपने बच्चों को स्कूल का काम करवा रही होतीं। दूसरे देशों से ब्रिटेन में आए लोगों की इस सोच को भी झुठला नहीं सकते कि इतना अपमान सह कर भी कड़वा घूँट पीकर वे यहाँ चुपचाप इसलिए काम कर रहे हैं जो अपने बच्चों को अच्छा जीवन दे सकें। उन्हें पढ़ा कर इस काबिल बना दें कि वह इस देश