नीली धारियों वाला लिफाफा

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कहानी नीली धारियों वाला लिफाफा डॉ. हंसा दीप जब-जब आदमी ने किसी प्रश्न का उत्तर नहीं पाया, तब-तब उसे रात नींद नहीं आई। गहराती रात और बढ़ती उलझनों का सम्बंध भी उतना ही गहरा है जितना प्रश्न और उत्तर के बीच का फासला। आज मेरे साथ ऐसा ही हो रहा है। एक भयानक-सा प्रश्न खड़ा है सामने। 'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना'! खामख़्वाह दूसरों के हालात् पर नए-नए प्रश्न खड़े करना और स्वयं को उलझाए रखना, शायद मेरी पुरानी आदत है। इस ताजे प्रश्न की शुरुआत तब से हुई जब से हम मिस्टर केदार के पड़ोसी बने। बड़ी चहल-पहल