एक उम्मीद - भाग - 1

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दरवाजा खुलता है ! आइए आइए स्वागत है आपका ! पधारिए हमारे इस आंगन में । बेटी तुझे देखने लड़के वाले आए हैं उसकी मां उसे बताती है और तैयार होने को बोलती हैं । यह कविता है कहानी की मुख्य पात्र, बहुत ही सुंदर और संस्कारी है अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुकी है उसका जीवन उसकी नाम की तरह कविता, कहानियों और अन्य रसों से भरा हुआ है । सरलता तो जैसे उसके स्वभाव में है । जल्दी ही वो तैयार होकर अपनी छोटी बहन स्नेहा के पास किचन में आ जाती है और जल्दी से चाय