रहस्यों से भरा ब्रह्माण्ड - 2 - 4

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रहस्यों से भरा ब्रह्माण्ड अध्याय 2 खण्ड 4 वहाँ से निकल कर साबू अपने ऑफिस आ जाता है। तभी उसकी सेकेट्री उसके पास आ कर उसको याद दिलाती है। कि आज उनकी मीटिंग डॉ आशुतोष से सुबह 10 बजे की थी जो सही टाइम पर अटेंड ना करने के कारण वो कई बार काल कर चुके हैं। मगर साबू का ध्यान इन सब बातों में नहीं था इसलिए बिना कोई जवाब दिए वो अपने केबिन में चला जाता है। उसकी ये बात सेकेट्री को बहुत अजीब लगती है। क्योंकि उसको याद है एक बार डॉ आशुतोष की मीटिंग के पीछे