कभी कभी जिंदगी में ये दूरियाँ मिलों की लगती है ये दूरियाँ ना कि सफर की है ये दुरिया है दिलों की हमारे आस पास रहते लोगों की कुछ अपने कुछ पराये है जिंदगी में रिश्ते एक बार बनते है और रिश्तों से जिंदगी चलती है और हमें लगता है हम उन्हें जानते है अच्छे से बल्कि ऐसा नही होता हम बस उसे उतना ही जानते है जितना की वो इंसान हमें अपने बारे में बताता है ये जो दुरिया होती है ना वो दुरिया दिलों की दिमाग की है हम सब से सब कुछ शेयर नहीं करते है हमारे कॉन्टेट