कुणाल अपनी जेब से फोन निकाल कर मैसेज खोलता है जोकि गौरव ने भेजा था | वह देखता है कि गौरव ने जो पता दिया था वह तो यही है लेकिन यहाँ तो ‘क्लीनक फॉर आल’ लिखा हुआ है | वह समझ नहीं पाता है कि यहाँ कहाँ गौरव मिलेगा और गौरव ने घर क्यों नहीं बुलाया | ‘आज लगभग दस महीने के बाद हम मिल रहे हैं और साले ने बुलाया भी तो क्लिनिक पर | साला पागल है क्या’, कुणाल क्लिनिक का बोर्ड देख अभी अपने आप से बात कर ही रहा था कि किसी ने उसके कंधे