कहानी का गुलदस्ता: मेरी प्रिय कथाएं डॉ. पद्मा शर्मा मेरी प्रिय कथाएं लेखक राजनारायण बोहरे - पिछले दिनों प्रकाशित ‘ मेरी प्रिय कथाएं ’ के लेखक राजनारायण बोहरे की आठवें दशक में आये कहानीकार हैं, उनकी कहानियों का सघन विवेचन किया जाये तो हम पाते हैं कि उनकी कहानी दूसरे समकालीन कहानीकारों से अलहदा किस्म की हैं। वे कहानी में वृत्तांत की उपस्थिति को वे पहली प्राथमिकता देते हैं। उनकी कहानी में प्रवाहमयता, संवादात्मकता और औत्सुक्य भरपूर है। पाठक एक बार उनकी कहानी पढ़ना शुरू करे तो पूरी पढ़कर ही छोड़ता है। पाठक को अपने