होने से न होने तक 40. लॉन के दॉए तरफ के कोने में फूलों की गज्झिन सजावट है। किनारे पर रखी मेज़ पर बहुत सारे बुके रखे हैं। मुझे तो कुछ ध्यान ही नही था। मैं तो ऐसे ही ख़ाली हाथ ही आ गयी हॅू। वहॉ इस समय यश और आण्टी खड़े हैं और उनकी बगल में यश के कंधे से ऊपर आती हुयी वह लड़की शायद गौरी है...बेहद सुंदर, बेहद अभिजात्य। आण्टी ने कहा था कि हमे इतनी अच्छी लड़की इण्डिया में तो मिलती नहीं। शायद सही ही कहा था उन्होंने। क्या यश गौरी से सिंगापुर में पहले मिल