प्रिय पाठकों मेरा सादर प्रणाम मैं आप सबके लिए एक कहानी लेकर आया हूं जो मेरे जीवन की घटनाओं में से एक है। कोई गलती हो जाए तो माफ़ करना आप सब मेरी कहानी कैसी लगी जरूर बताएगा।यह कहानी एक छोटेे से गांव की है जहां एक समान्य किसान परिवार पुरी तरह से खेती बाड़ी पर निर्भर रहता है। ऐसे ही हमारे गांव के पास में एक छोटा सा कस्बा है। जिसमें सारे किसान परिवार रहते हैं।अपने खेत में उन्होंने सब्जी की खेती कर रखी थी। गर्मी का मौसम और शाम का समय था यही कोई 4-5 बज रहे होोंगे।