उर्वशी - 6

(23)
  • 7.9k
  • 3.1k

उर्वशी ज्योत्स्ना ‘ कपिल ‘ 6 जब उसे जयमाला के लिए लाया गया तो उपस्थित अतिथिगणों की आँखें उसके सौंदर्य को देखकर नतमस्तक हो गईं। प्रत्येक व्यक्ति को मानना पड़ा कि शौर्य को इससे सुंदर दुल्हन कोई और नहीं मिल सकती थी। उधर कामदार शेरवानी में शौर्य भी किसी देवपुरुष से कम नही लग रहा था। हर एक का कहना था कि जोड़ी बहुत खूबसूरत है। मम्मी- पापा और दोनो भाई उमंग और उत्कर्ष बेहद खुश थे। उसके वैभव को देखकर वह सब फूले न समा रहे थे। सभी रस्मो के सम्पन्न होने पर वह स्वजनों से विदा लेकर राणा