समय की यात्रा

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यह कहानी है उस मंजीरी की जिसने समय पटल पर बहुत कुछ बातें बहुत कुछ खो दिया। तो आइए मिलते हैं इस मंजीरी से । हेलो मंजीरी !मैं सरल बोल रहा हूं ,सेवा संस्थान की तरफ से। आज साउथ से एक बंदा आ रहा है उसने मुझसे कांटेक्ट किया था बाणेश्वरी धाम में सफाई के लिए लोगों को जागृत कर रहा है और वहां की दीवारों पर कुछ पेंटिंग बनाकर वहां के बच्चों को साफ सफाई की अहमियत बताएगा तो क्या तुम चलोगी ? हां! बिल्कुल चलूंगी मैं ।वैसे भी आज मेरा सैटरडे है तो मुझे लेट ही जाना है