कर्म पथ पर- 49

  • 5.9k
  • 1.9k

कर्म पथ पर Chapter 49महेंद्र कुमार खुश था। उसने हैमिल्टन के बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दिया था। उसे पूरी उम्मीद थी कि हैमिल्टन उसकी इस कामयाबी पर उसकी पीठ थपथपाएगा। खुश होकर उसे मनचाहा ईनाम देगा। घर से निकलते वक्त उसकी पत्नी ने टोका,"आज सुबह सुबह कहाँ जा रहे हैं ?"और कोई दिन होता तो वह टोके जाने पर चिढ़ जाता। पर आज उसका मूड बहुत अच्छा था। उसने कहा,"बोलो लौटते समय बाजार से क्या लेकर आऊँ ?"उसकी पत्नी को विश्वास