ये माना जाता है की पढने का हुनर सबमे नही आता , ये तो कुछ लोगो में ही होता है । ऐसे हुनर से कौन नही निखरेगा , कौन नही चाहेगा की वह पढ़ लिखकर अपने को उज्ज्वल बना सके । लेकिन अपने समाज से उच्चे सपने देखने की चाह सोफिया के लिये गलत कदम साबित हो जायेगा ।ऐसा मना जाता है की सपने देखना अच्छी बात होती है लेकिन सपनो को पूरा करने के लिये अकेली जीद इन्सान के लिये संघर्स पुर्ण हो जाता है ।सोफिया की उम्र 15 साल थी , जब उसकी माँ गुजर गयी लेकिन पढने