दो पागल - कहानी सपने और प्यार की - 3

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नमस्कार दोस्तों आज फिरसे आपके बिच हाजिर हुं दो पागल का तीसरा अंक लेकर लेकिन आप यह अंक पढे इससे पहले आगे के दो अंक अगर आपने नहीं पढे है तो पहले उन अंको को पढना मत भुले। तो आइए शुरु करते है जीज्ञा की आगेकी सफर। START THIS PART अंत में जीज्ञा गीरधनभाई की जीद के सामने हार जाती है और उनके तय कि गई जगह पर जीज्ञा पढने के लिए चली जाती है। जीज्ञा के मामा और गीरधनभाई कोलेज शुरु होने के दो दिन पहले ही दोनो को बरोडा