प्रतिमा पांडेय आज शाम से ही मिंकी उदास थी। उसे पता चला कि उसकी सबसे प्यारी सहेली श्वेता को स्कॉलरशिप मिली है। बस उसे उदासी ने आ घेरा। मन में सोच रही थी कि श्वेता कितनी इंटेलिजेंट है और उसके सामने वह तो कुछ भी नहीं। उसने उससे बात तक नहीं की थी इस चक्कर में। उदास मिंकी बाल्कनी में जा पहुंची। वहां उसे एक चिड़िया की मीठी आवाज सुनाई दी। शायद किसी का ध्यान नहीं जाता, लेकिन हमेशा अपने ही खयालों में खोई रहने वाली मिंकी को यह आवाज बहुत आकर्षित करती है। किताबों में तो उसने पढ़ा है