मनुष्य यदि किसी विषय पर चिंतन मनन करने लगे तो वह जरूर परिणाम प्राप्त कर सकता है और यदि कार्य पूरी मेहनत लगन और निष्ठा से किया गया हो तो निष्कर्ष मनुष्य को स्वयं संतुष्ट करने योग्य होता है। पूर्व की दिशा से सूरज की किरणों के साथ सवेरा आता है और मनुष्य को ऊर्जावान बनकर जीवन को पुनः प्रारंभ करने की प्रेरणा देता है। और संध्या के समय कार्य और प्रकृति के साथ मनुष्य को भी आराम हेतु पश्चिम दिशा में सूर्यास्त हो जाता है। इन्हीं सवेरा और संध्या के बीच एक समय दोपहर का आता है जब थके