दो बाल्टी पानी - 17

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गुप्ताइन का घर पास में होने से ठकुराइन की चीख उनके घर तक आराम से पहुंच गई |"गुप्ता जी, अरे उठो ना, देखो बाहर कौन चीख रहा है"? गुप्ता जी को जगाते हुए गुप्ताइन ने कहा |गुप्ता जी नींद में बोले, "अरे कोई नहीं चीख रहा है, तुम सो जाओ" इतना कहकर गुप्ता जी ने फिर करवट बदल ली और खर्राटे भरने लगे, गुप्ताइन ने फिर गुप्ता जी को हिलाकर कहा," अरे उठो ना देखो बाहर जाकर क्या हुआ? कोई तो था…"? गुप्ता जी ने फिर कहा, "अरे सोने दो ना… चीख तो तुम्हें सुनाई पड़ी तो तुम देखो जाकर, या हर