इमरजेंसी वार्ड में एक दिन वरूण जो कि एक डाॅक्टर है इमरजेंसी वार्ड में एक लड़के श्रेयांश के सामने खड़ा है, जिसने अभी-अभी कीटनाशक दवा पीकर अपनी जिंदगी की इस पतंग को काटने का प्रयास किया है। वैसे तो वरूण जैसे डॉक्टरों के लिए इमरजेंसी वार्ड कोई नई या अनोखी बात नहीं है पर आज वरूण श्रेयांश को देखकर अपनी जिंदगी रूपी गाड़ी को रिवर्स गियर में डालकर अपने जीवन में 20 साल पीछे चला गया है और उसे याद आ रहा है कि उस दिन वह भी ऐसे ही एक इमरजेंसी वार्ड में जिंदगी और मौत के बीच