सफर....

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हा, वक्त्त की जरुरत हैसफ़र ये ख़ूबसूरत हैहा, वक्त्त की जरुरत हैसंभल गया मे रूठ केखडा हुआ भी टूट केमर गया जो डर गयासफ़ल हुआ जो कर गयाअंजाने मोड पररास्तो को तोड करहार हार जोड़ करतू जीत का सफर करतू जीत का सफर करख्वाहिशो को अपनी जगाये रखनामंज़िलो पे अपनी निगाहे रखनाजानता है तू अगर फुल है तो काँटे हैविश्वास की ज्योत जलाये रखनाछोड कर अगर मगरमंज़िलो की डगर परआगे बढ तु आगे बढतू जीत का सफर करतू जीत का सफर करकल की तलाश मेआज हुँ उदास मेछोड दिया दम हम ने जब मंज़िल के पास थेहा, ऐसे क्यु हालात थेखुद