ऑफिस मे जिग्नेश सर और सुगंधा के बिच मे कुछ देर तक औपचारीक बाते होती रही। आखिर जिग्नेश सर ने जिस काम के लिए सुगंधा को बुलाया था वो मुदा छेड़ा । उन्होने सुगंधा से पूछा की तुम्हारे पिताजी की मृत्यु किस हालात मे हु़ई थी वो तुम जानती हो ? अपने पिता की मृत्यु के बारे मे सुनके सुगंधा ऑफिस की खिडकी से बाहर की ऒर ताकती हुई बोली। हा मै जानती हूँ। मेरी माँ ने मुजे सब कुछ बताया है। मुजे ये भी मालूम है की मेरे पिताजी पे उसीके दोस्त की जान लेने का इलजाम लगाया गया