झगड़ों में गाँव

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झगड़ों में गाँव:पहाड़ों में एक अद्भुत शान्ति होती है,अगर महसूस कर सको तो। समाज में कहीं आपसी मेलजोल है तो कहीं संघर्ष-विवाद की घटनाएं भी देखने को मिलती हैं।प्यार का अपना गणित भी होता है। किसी का हृदय शुद्ध होता है। कोई अपराधी प्रवृत्ति का होता है। कुछ लोग तात्कालिक आवेश में आकर गलत काम कर जाते हैं जैसे राजा परीक्षित ने ऋषि के गले में मरा साँप डाल दिया था। कभी हमारी भूमिका धृतराष्ट्र की तरह होती है तो कभी युधिष्ठिर की तरह। गाँवों में अधिकांश लोग बहुत संपन्न नहीं होते हैं,साधारण या फिर गरीब श्रेणी में अधिक होते