होने से न होने तक 13. कौशल्या दी लखनऊ आ कर क्यों रह रही हैं इसके सबने अलग अलग कारण बताए थे। दीदी के पति की अपने पिता से नहीं पटती इसलिए चली आई हैं वे। किसी ने यह भी बताया था कि वे अपनी निसंतान मौसी को बहुत प्यार करती थीं और मौसी के अकेले रह जाने पर उन्हीं के पास आ गई थीं और यहीं रह कर पढ़ाई पूरी की और एलाटमैन्ट की बड़ी सी केठी में मौसी के निधन के बाद भी रहती रहीं। मौसी इस कालेज की फाउंडर मैम्बरों में से थीं। शुरु में कौशल्या दी