शान्तिपुरा - अंजू शर्मा

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अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए हम सब अपनी रुचिनुसार कोई ना कोई माध्यम चुनते हैं जैसे कोई चित्रकारी के माध्यम से अपनी बात कहता है तो अपनी वाकपटुता के ज़रिए अपने मन की भावनाओं व्यक्त करता है। इसी तरह कोई अभिनय के ज़रिए तो कोई अपनी लेखनी के दम पर अपने भावों को सबके सामने प्रकट करता है। कहने का मतलब ये कि हर कोई अपनी सहजता के हिसाब से अपनी शैली को चुनता है। मगर कई बार क्या होता है कि जब हम किसी एक तरीके द्वारा पूर्णरूप से अपने भावों को..अपने उद्गारों को व्यक्त करने में