जी-मेल एक्सप्रेस अलका सिन्हा 32. यातना से गुजर कर सरप्राइज पार्टी सच में बहुत गोपनीय ढंग से आयोजित की गई थी। अभिषेक को अंतरा ने यह कहकर बुलाया था कि उसके दफ्तर का ‘अवॉर्ड-फंक्शन’ है जिसमें अंतरा को भी अपने परिवार सहित अवॉर्ड लेने आना है। यों, अभिषेक कहीं आना-जाना पसंद नहीं करता है, मगर इस बार उसने ज्यादा ना-नुकुर नहीं की। इस कामयाबी के बाद उसमें भी खुलापन आया है और अब वह लोगों से मिलने में सहज हो रहा है। तय समय पर हम घर से निकल पड़े। हमने जैसे ही हॉल में प्रवेश किया, कोई देशभक्ति धुन