जिस लक्ष्य पर शौर्य निकला था,वो लक्ष्य अब लगभग पूरा हो चला था।लैपटॉप हाथ आ गया था,अब ये सूचना सिर्फ उसे अपने I S A C O (भारतीय गुप्त अपराध निरोधक संगठन) के संस्थापक मुरली अरियप्पा को देनी थी।1 मार्च ,2020 इस्तांबुल (तुर्की)शौर्य ने अपने रूम में कॉफी की चुस्कियां लेते हुए अपने फ़ोन की तरफ हाथ बढ़ाया और एक नम्बर डायल किया,उसने फोन पर मुरली अरियप्पा से बात करना शुरू की।शौर्य : सर,लैपटॉप मुझे मिल चुका है।मुरली : गुड। बहुत अच्छे शौर्य मुझे पता था,तुम ये काम कर लोगे,अब जल्दी से भारत आने की तैयारी करलो।शौर्य