Corona Crime - 2

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13 फरवरी,2020शौर्ये के आगे अब चुनौती थी की वो कैसे इस्तांबुल में दाखिल हो?उसने एक प्लान बनाया वो बीजिंग की एक एक्सपोर्ट फैक्ट्री के बाहर पहुंचा और उसने वहां काम के लिए गुज़ारिश कीउसे मज़दूरों में शामिल कर दिया गया और वो वहाँ मेहनत से काम करने लगा लेकिन इस मेहनत के पीछे की साजिश कोई नही जानता था,काफी लोगों ने उसके करीब आने की कोशिश की पर शौर्य ने सबसे दूरी बनाए रखी,वहाँ एक व्यक्ति हिंदुस्तानी था जिसका नाम ज़मीर था।लंच की घंटी बज चुकी थी,सब हाथ-मुँह धोकर एक लंबी विशाल टेबल पर बैठ गए,शौर्य के बराबर ही ज़मीर