दो बाल्टी पानी - 9

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कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि गांव में कुछ दिन बिजली ना आने के कारण गांव वाले परेशान हो जाते हैं और मिश्राइन अपने मायके जाने के लिए कहती हैं जिससे मिश्रा जी नाराज हो जाते हैं |अब आगे…. ठकुराइन - "अरे स्वीटी… ओ स्वीटी…" |स्वीटी - "हां अम्मा…" |ठकुराइन - "अरे बिटिया.. जब देखो तब छत पर टंगी रहती हो का छत तोड़ेगी, नीचे आओ कुछ हाथ बटाओ.." |स्वीटी - "अभी आई.. मां.." |स्वीटी शाम को छत पर टहलने जरूर जाती थी और सच तो यह था कि उसके घर से गुप्ता जी का घर बिल्कुल साफ दिखता