कर्मफल

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कर्मफल डा. श्याम शुक्ल 75 वर्ष, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे है। वे अभी भी भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश बाल कल्याण परिषद में भी विभिन्न पदों पर सक्रिय रूप से कार्यरत है। जीवन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जीव में चेतना का संचार ही जीवन है और चेतना का तिरोहण मृत्यु। चेतना की तीन श्रेणियाँ मानी गई हैं। भौतिक चेतना, शुद्ध चेतना और दिव्य चेतना। भौतिक चेतना वह होती है जहाँ व्यक्ति केवल देह की सीमा तक स्थित होता है, शुद्ध चेतना व्यक्ति को बुद्धि