कहानी - साँझ का साथी-पापा, यह क्या किया आपने ? इतना बड़ा धोखा, वह भी अपने बच्चों के साथ क्यों किया आपने ऐसा? आख़िर क्या कमी थी हमारे प्यार में, हमारी देखभाल में, जो आपने ऐसा कदम उठा लिया ? एक ही पल में सारे रिश्तो को भुला दिया ? चकनाचूर कर दिया उन सारी यादों को, उन सारी बातों को, जिन्हें याद करके हम खुशी से पागल हुआ करते थे। गर्व किया करते थे अपने पापा पर, कि हमारे पापा दुनिया के बेस्ट पापा हैं जिन्होंने कभी भी हमारी किसी भी बात को नहीं टाला जो मुंह से निकला