मुंबई की झोपड़ पट्टी में जहां गरीब और कचरा बीनने वाले लोग रहते हैं, उसी झोपड़ पट्टी में जन्म् हुआ एक छोटे बच्चे का, उसका नाम उसकी मां ने रूद्र रखा| गरीब मासूम अपने छोटे-छोटे दोस्तों के साथ रहता है और अपने दोस्तों के साथ खेलता है, सिर्फ खेलता है, क्योंकि गरीब होने के कारण उसके पास, या उसकी मां के पास इतने पैसे नहीं होते, कि वह दो वक्त की रोटी के अलावा इतने पैसे बचा सके जिससे रुद्र की पढाई हो सके| इसलिए वक्त की कोई कमी नहीं थी, तो सुबह खेलने के सिवाय कोई काम भी नहीं