नई चेतना - 9

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अमर रात के उस घने अँधेरे में आगे बढ़ता जा रहा था । चलते चलते सड़क पर वह रिक्शा या कोई अन्य वाहन की भी तलाश करते जा रहा था । रास्ते में किसी ऑटो वाले को खड़ा देख रेलवे स्टेशन के लिए पूछता तो वह बिना जवाब दिए ही किक मारकर रिक्शा भगा ले जाता । वातावरण में सन्नाटा पसरा हुआ था । इस नीरव शांत वातावरण को भेदती कभी कभी कुत्तों की आवाजें गूँज उठती जो अनायास ही अपने होने और वफादारी साबित करने का प्रयास कर रहे होते ।गुलाबी ठंड शुरू हो गयी थी । किसी काम