परियों का पेड़ (7) स्वप्नलोक की उड़ान “सुनो राजू, यहाँ से थोड़ी दूर, बड़े वाले पहाड़ की ऊँची चोटी पर, एक विशालकाय परियों का पेड़ है | आजकल उसी पर हमारा बसेरा है | बहुत सी परियाँ ठीक बारह वर्ष के अंतराल पर यहाँ आती हैं | धरती पर अपनी छुट्टियाँ मनाने | इस बार उन्हीं के साथ मैं भी घूमने और विशेषकर तुमसे मिलने के लिए यहाँ आई हूँ |” – परी ने अपना रहस्य खोल दिया | “अरे हाँ, शाम को मेरे पिताजी भी किसी ऐसे ही पेड़ के बारे में बता रहे थे | क्या आप ही