परियों का पेड़ (4) परी की खोज में .........और जानते हो राजू ! हजारों वर्ष बाद भी हिमालय के ऊँचे पहाड़ों के बीच स्थित वह घाटी आज भी वैसे ही रंग –बिरंगे फूलों से सारी दुनिया को आकर्षित कर रही है | वहाँ के लोग तो यहाँ तक कहते हैं कि उस विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में वह फूलपरी किसी न किसी अच्छे बच्चे को आज भी दिख जाती है | उसी सुन्दर स्वरूप में, जिसका चेहरा सुन्दर राजकुमारी जैसा और विशाल पंख रंगीन तितली के जैसे दिखते हैं |” “क्या .......???” – राजू आश्चर्य से मानो चीख पड़ा