कर्म पथ पर Chapter 8वृंदा और भुवनदा हिंद प्रभात के अगले अंक में छपने वाले एक लेख पर आपस में विमर्श कर रहे थे। यह लेख लखनऊ और उसके आसपास के क्षेत्रों में हो रहे क्रांतिकारी आंदोलनों के बारे में था। लेख में बाराबंकी में रहने वाली नूरजहाँ सिद्दीकी का उल्लेख था। नूरजहाँ की उम्र बीस साल थी। उसके शौहर असगर अली सरकारी स्कूल में उर्दू के टीचर थे। पुलिस ने उन पर क्रांतिकारियों के साथ मिले होने