आगे बढ़ो और बढ़ते ही जाओ सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता श्री सतीशचंद्र दत्त (85 वर्ष) फौजदारी मामलों के विशेषज्ञ है। उन्होंने सन् 1953 में वकालत का पेशा अपनाया था एवं वे अभी भी वकालत कर रहे हैं और इसे वे ईश्वर का आशीर्वाद मानते है। उनका कथन है कि मैं नही मानता कि जीवन सीमित है यह तो ईश्वर की इच्छा पर निर्भर हैं कि हमारा जीवन कब तक रहेगा। यह सच है कि जीवन अमर नही है पर जीवन के हर क्षण का सदुपयोग किया जाए तो अपने परिवार, समाज और अपने देष बहुत भला किया जा सकता हैं।