इस दश्त में एक शहर था अमिताभ मिश्र (21) ये कोई बहुत ज्यादा समय नहीं हुआ है जब इस परिवार की साझा जमीन हुआ करती थी। तकरीबन सात एकड़ के आसपास जिसमें एक जंगल था बकायदा बबूल, खजूर, कबीट, बेल, बेर, बड़गद, पीपल, नीम, जामुन, अमरूद, विलायती इमली, खुरासानी इमली, आम वगैरा के पेड़ों का। एक नाला था। दो बड़े कुंएं थे। दो छोटे कुंए। एक झिरिया। एक मकान, दो मंदिर, एक घाट। एक अखाड़ा । साझा संपत्ति का मजा ये है कि इतनी संपत्ति सबके पास होती है। मतलब यह कि परिवार का हर सदस्य सात एकड़ जमीन जंगल समेत