योगिनी 17 हेमंत और शरत को नींद तो पहले भी नहीं आ रही थी और चाय पीने से जब शीत लगना भी कम हो गया, तो हेमंत ने कथा की डोर को पुनः पकड़ लिया। उसने मीता के वापस आ जाने पर भुवन की उसके प्रति बढ़ी हुई आसक्ति की बात रससिक्त शब्दों में सुनाई। फिर गम्भीर होकर बताया कि योगी जब योगिनी की आसक्ति में आकंठ डूबे हुए थे तभी माइक का, यह जानने हेतु कि मीता बिना बताये अमेरिका से वापस क्यों चली आई थी, आश्रम पर पुनरागमन हो गया। योगिनी अपने खुले दिल के स्वभाववश एवं अमेरिका